Mukhyamantri Bal Seva Yojana 2023: हमारे देश को कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हर दिन नई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। देश में कई बच्चे हैं जिनके माता-पिता में से एक या दोनों कोरोना वायरस संक्रमण से मर गए हैं। उत्तर प्रदेश में भी लगभग 197 बच्चों के माता-पिता की मृत्यु हो गई है और 1799 बच्चों के माता-पिता में से किसी एक की मृत्यु हो गई है। ऐसे सभी बच्चों को उत्तर प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना शुरू की है। इन बच्चों को इस योजना के माध्यम से आर्थिक सहायता और कई अन्य सुविधाएं दी जाएंगी ताकि वे अपना जीवन यापन कर सकें। Mukhyamantri Bal Seva Yojana के बारे में आज हम इस लेख में सभी आवश्यक जानकारी देंगे।

Mukhyamantri Bal Seva Yojana 2023
उत्तर प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना शुरू की है। इस योजना से सभी बच्चों की सहायता की जाएगी जिनके माता-पिता कोरोना वायरस संक्रमण से मर गए हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 30 मई 2021 को इस योजना को शुरू किया। इस योजना के माध्यम से बच्चों को ना केवल आर्थिक सहायता दी जाएगी, बल्कि सरकार बच्चों की पढ़ाई से लेकर विवाह तक का खर्च वहन करेगी। Mukhyamantri Bal Seva Yojana के तहत बच्चे या उसके अभिभावक को चार हजार रुपये की आर्थिक सहायता मिलेगी।
इसके अलावा, इस योजना के माध्यम से लड़कियों को शादी करने के लिए पैसे भी मिलेंगे। राजकीय बाल गृह में आवासीय सुविधा दी जाएगी यदि बच्चे की आयु 10 वर्ष से कम है और उनका कोई अभिभावक नहीं है। इस योजना के तहत सभी बच्चे जो स्कूल या कॉलेज में पढ़ रहे हैं, लैपटॉप या टेबलेट भी मिलेंगे, साथ ही लड़कियों को अलग से आवासीय सुविधा भी मिलेगी।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना क्या है
योजना का नाम | Mukhyamantri Bal Seva Yojana |
किसने आरंभ की | उत्तर प्रदेश सरकार |
लाभार्थी | कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अनाथ हुए उत्तर प्रदेश के बच्चे। |
उद्देश्य | कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अनाथ हुए बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान करना। |
आधिकारिक वेबसाइट | जल्द लॉन्च की जाएगी |
साल | 2023 |
आर्थिक सहायता | ₹4000 प्रतिमाह |
आवेदन का प्रकार | ऑनलाइन/ऑफलाइन |
Mukhyamantri Bal Seva Yojana का उद्देश्य
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का मुख्य उद्देश्य है उन सभी बच्चों को जो कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अनाथ हो गए हैं, उनकी आर्थिक सहायता करना। सभी बच्चों को इस कार्यक्रम के माध्यम से धन दिया जाएगा ताकि वे अपना भोजन कर सकें। मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना से बच्चों को दूसरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। क्योंकि उत्तर प्रदेश सरकार प्रत्येक बच्चे की पूरी जिम्मेदारी लेगी। प्रदेश सरकार द्वारा प्रतिमाह आवासीय सहायता से लेकर शादी के लिए आर्थिक सहायता भी दी जाएगी। इस योजना के माध्यम से उत्तर प्रदेश सरकार भी बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी लेगी।
UP Bal Seva Yojana 2023: लाभ और खासियत
- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 30 मई 2021 को Mukhyamantri Bal Seva Yojana शुरू किया।
- इस योजना से सभी बच्चों की सहायता की जाएगी जिनके माता-पिता कोरोनावायरस संक्रमण से मर गए हैं।
- इस योजना में बच्चों को न केवल आर्थिक सहायता दी जाएगी, बल्कि सरकार उनकी पढ़ाई से लेकर विवाह तक का खर्च उठाएगी।
- सभी योग्य बच्चों को मासिक ₹4000 की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
- बच्चे वयस्क होने तक उसे धन मिलेगा।
- इसके अलावा, यह योजना लड़कियों की शादी के लिए ₹1,01,000 की आर्थिक सहायता देगी।
- यदि बच्चे की आयु 10 वर्ष से कम है और उसका कोई अभिभावक नहीं है, तो उसे आवासीय सुविधा भी दी जाएगी।
- राजकीय बालगृह इस सेवा को प्रदान करेगा।
- मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना भी सभी विद्यार्थियों को लैपटॉप या टेबलेट देगी।
- कोरोना संक्रमण के कारण उन बच्चों को भी लाभ मिलेगा जिन्होंने अपने लीगल गार्डियन या आय कमाने वाले अभिभावक को खो दिया है।
- भारतीय सरकार द्वारा संचालित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों, प्रदेश सरकार द्वारा संचालित राजकीय बाल गृहों और अटल आवासीय विद्यालयों में सभी अवयस्क लड़कियों को पढ़ाई और घर मिलेगा।
आईटीआई प्रक्षिक्षुओ के लिए जारी की गई पात्रता की शर्तें
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का उद्देश्य कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों को आर्थिक सहायता देना था। इस योजना में आईटीआई प्रशिक्षु को भी लाभ मिलेगा। 8 जून 2021 को राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था के प्रधानाचार्य डॉ. नरेश कुमार जी ने योग्यता की शर्त मंजूर की। सभी योग्य लाभार्थियों को लैपटॉप, टेबलेट, विवाह के लिए धन और मासिक अनुदान मिलेगा। यदि कोई आईटीआई प्रशिक्षक इस योजना का लाभ उठाना चाहता है, तो उसे अपने जिले के नोडल आईटीआई में आवेदन करना होगा। आईटीआई प्रशिक्षण शू के लिए योग्यता की कुछ शर्तें हैं।
- प्रशिक्षु 18 वर्ष से कम नहीं होना चाहिए।
- आवेदक के माता-पिता कोरोना वायरस संक्रमण से मर गए होंगे।
- यदि आवेदक के माता-पिता में से एक मार्च 2020 से पहले मर गए हैं और दूसरा कोरोना संक्रमण से मर गया है, तो इस योजना का लाभ भी मिल सकता है।
- यदि आवेदनकर्ता के माता पिता की मृत्यु 1 मार्च 2020 से पहले हुई हो और लीगल अभिभावक कोरोना संक्रमण से मर गया हो तो भी वह इस योजना का पात्र है।
- वह बच्चे भी मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का लाभ ले सकेंगे अगर उनके माता-पिता में से एक अभिभावक कोरोना वायरस संक्रमण से मर गया है।
- इसके अलावा, इस योजना का लाभ भी मिलेगा यदि माता-पिता दोनों जीवित हैं लेकिन आय करने वाले अभिभावक कोरोना वायरस संक्रमण से मर गए हैं और जीवित माता-पिता की वार्षिक आय ₹200000 से कम है।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की योग्यता
- आवेदक उत्तर प्रदेश का मूल निवासी होना चाहिए।
- वह बच्चे जिसके दोनों माता-पिता को COVID-19 ने मार डाला
- इस योजना का लाभ बच्चों को मिलेगा जो अपने लीगल गार्डियन को कोरोनावायरस संक्रमण से खो चुके हैं।
- वह बच्चे जो कोविड-19 के कारण अपने आय अर्जित करने वाले अभिभावक को खो दिया है
- उस बच्चे के माता-पिता में से कोई भी जीवित नहीं था और कोरोना वायरस संक्रमण से मर गया था।
- बच्चे की आयु १८ वर्ष से कम होनी चाहिए या १८ वर्ष से कम होनी चाहिए।
- इस योजना का फायदा एक परिवार के सभी बच्चों को मिलेगा, चाहे वे जैविक या कानूनी रूप से गोद लिए गए हों।
- जीवित माता-पिता की आय ₹200000 से कम होनी चाहिए या फिर ₹200000 से कम होनी चाहिए।
Uttar Pradesh Mukhyamantri Bal Seva Yojana 2023 के लिए आवश्यक दस्तावेज
- उत्तर प्रदेश के निवासी होने का घोषणा पत्र
- बच्चे का आयु प्रमाण पत्र
- 2019 से मृत्यु का साक्ष्य
- बच्चे एवं अभिभावक की नवीनतम फोटो सहित पूर्व आवेदन
- माता पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र (यदि माता-पिता दोनों की मृत्यु हो जाती है तो उस स्थिति में आय प्रमाण पत्र जमा करना जरूरी नहीं है।)
- शिक्षण संस्थान में रजिस्ट्रेशन का प्रमाण पत्र
- आवेदन पत्र
- माता-पिता या वेज संरक्षक का मृत्यु प्रमाण पत्र
- कोविड-19 से मृत्यु होने का प्रमाण
- बल एवं अधिक आयु प्रमाण पत्र
- 2015 की धारा 94 में उल्लेखित प्रमाण पत्रों के अतिरिक्त परिवार रजिस्टर की नकल
- आयु का प्रमाण
- विवाह की तिथि नियत होने या विवाह संपन्न होने से संबंधित अभिलेख
- विवाह का कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र(इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए परिवार की सालाना आय ₹300000 या फिर उससे कम होनी चाहिए)
- बालिका एवं उसके अभिभावक की फोटो
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के दिशा निर्देश
- मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना को हरियाणा सरकार ने कोरोनावायरस के कारण अपने माता-पिता को खो चुके बच्चों के भविष्य को बचाने के लिए शुरू किया था।
- सरकार इस योजना से बच्चों को केंद्रीय विद्यालयों में पढ़ाया जाएगा।
- इसके अलावा, बच्चों को 18 वर्ष की आयु होने तक प्रति महीने दो हजार रुपए की आर्थिक सहायता भी दी जाएगी।
- केंद्र सरकार ने बच्चों का बचत खाता खुलवाकर यह राशि देने का फैसला किया है।
- इसके अलावा, बाल सेवा संस्थानों में रहने वाले बच्चों के लिए डिपॉजिट अकाउंट खोले जाएंगे।
- जिसमें 18 वर्ष की आयु होने तक 1500 रुपये जमाएं जाएंगे।
- इसके अलावा, सरकार इन बच्चों को ₹12,000 की वार्षिक सहायता भी देगी।
- कस्तूरबा गांधी बाल विद्यालय में भी बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी जाएगी।
- इसके अलावा, विवाह के दिन ब्याज सहित शगुन दिया जाएगा और बालिकाओं के खाते में ₹51000 जमा किया जाएगा।
- आयुष्मान भारत योजना के तहत सभी बच्चों को स्वास्थ्य बीमा मिलेगा।
- 18 वर्ष की आयु होने तक, सरकार पीएम केयर्स को बीमा प्रीमियम देगी।
- इसके अलावा, बच्चों को 18 वर्ष की आयु से अगले 5 वर्षों तक उच्च शिक्षा के दौरान मासिक वित्तीय सहायता भी दी जाएगी, साथ ही 23 वर्ष की आयु पूरी होने पर पीएम केयर्स की ओर से 10 लाख रुपए का एकमुश्त कोष भी दिया जाएगा. उनके व्यक्तिगत और व्यावसायिक उपयोग के लिए।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के लिए आवेदन कैसे करें
- यूपी मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के लिए आवेदन करने के लिए आपको निम्नलिखित प्रक्रिया पूरी करनी होगी:
- आपको ग्राम विकास/पंचायत अधिकारी, विकासखंड या जिला प्रोबेशन अधिकारी के कार्यालय में जाना होगा अगर आप ग्रामीण क्षेत्र में रहते हैं, तो लेखपाल, तहसील या जिला प्रोबेशन अधिकारी के कार्यालय में जाना होगा।
- इस योजना का आवेदन पत्र आपको कार्यालय से मिलना चाहिए।
- अब आपको आवेदन पत्र में पूछी गई सभी आवश्यक जानकारी, जैसे नाम, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी, भरनी होगी।
- इसके बाद, सभी आवश्यक दस्तावेजों को शामिल करना होगा।
- अब आपको इस आवेदन पत्र को कार्यालय में देना होगा।
- आप यूपी मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के लिए इस प्रकार आवेदन कर सकते हैं।
- पात्र बच्चों को जिला बाल संरक्षण इकाई और बाल कल्याण समिति द्वारा चिन्हित करने के 15 दिन के भीतर आवेदन प्रक्रिया पूरी कर दी जाएगी।
- माता पिता की मृत्यु के दो वर्ष के भीतर इस योजना के लिए आवेदन किया जा सकता है।
- इस योजना का लाभ अप्रूवल प्राप्त होने की तिथि से ही दिया जाएगा।
Mukhyamantri Bal Seva Yojana 2023 Official Website
FAQs
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना क्या है?
कोरोनावायरस महामारी के कारण उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने यूपी मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत अनाथ बच्चों को हर महीने 4000/- रुपये देंगे।
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना कब शुरू हुई?
30 मई 2021 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाल सेवा योजना की शुरुआत की। उन सभी को इस योजना के तहत मदद दी जाएगी। जिनके माता-पिता कोविड-19 से मर चुके थे।
बाल सहायता योजना क्या है?
योजना का मुख्य लक्ष्य है कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अनाथ बच्चों को पैसे देना, ताकि वे अपनी आर्थिक कमी से निपट सकें। इस योजना से बच्चों को अब दूसरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।